Success Story Of Dr. Narpat Ram

डॉ. नरपत गढ़वीर, सीमावर्ती गांव गोहड़ का तला से आते हैं। पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं थी। पिताजी को कैंसर की बीमारी थी। कैंसर की दवाईयों के खर्च के साथ-साथ घर का गुजारा करना बहुत मुश्किल था।

डॉ नरपत जब दसवीं क्लास में पढ़ते थे तब उनके पिताजी का स्वर्गवास हो गया। बाद में गांव में मजदूरी पर भी जाना पड़ा। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने उन्हें संस्थान के बारे में जानकारी दी।

ग्यारहवीं कक्षा में फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान बाड़मेर में प्रवेश लिया। बारहवीं उत्तीर्ण करने के बाद सेल्फ स्टडी करते हुए डॉ भरत सारण और डॉ ओमप्रकाश डूडी के मार्गदर्शन में BAMS (आयुर्वेदाचार्य) में प्रवेश लिया।

अभी डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर से इंटर्नशिप कर रहे हैं।

डॉ नरपत संस्थान के तमाम दानदाताओं और शिक्षा के प्रति समर्पित सभी गुरूजनों का आभार व्यक्त करते हैं।

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