Success Story Of Dr. Choona Ram
डॉ चूना राम की प्रारंभिक पढ़ाई घर के नजदीक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय से हुई तत्पश्चात, कक्षा 9 में घर से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर राजकीय उच्च माध्यम विद्यालय रावतसर 10 किलोमीटर का रोजाना आने जाने का सफर कभी पैदल, तो कभी दोस्त की साइकिल पर जैसे तैसे करके दसवीं उत्तीर्ण की लेकिन बगैर किसी लक्ष्य के!
पारिवारिक आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के कारण डॉ चूना राम नें पढ़ाई छोड़ने का निश्चय कर लिया था और गर्मियों की छुट्टियों में बाड़मेर में कमठा मजदूरी का काम शुरू किया ! कमठा मजदूरी करने के दौरान, उनके शिक्षक के माध्यम से फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान के बारे में सुना, तब तक फिफ्टी विलेजर्स परवेश परीक्षा हो चुकी थी ! किसान परिवार, आर्थिक स्थति, सरकारी स्कूल, अभावों के बीच fifty villagers में देर परीक्षा से प्रवेश मिल गया।
डॉ चूना राम बताते हैं कि वह दौर फिफ्टी विलेजर्स का शुरुआती दौर था तो संस्थान की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी, लेकिन डॉ भरत सारण सर के प्रेरणा और सपोर्ट के बलबूते तमाम अभावों के बावजूद भी अध्ययन जारी रखा और बारहवीं उत्तीर्ण की , 12वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात प्रथम प्रयास में AIIMS-UG, MBBS प्रवेश परीक्षा में AIIMS जोधपुर आवंटित हुआ !
डॉ चूना राम नें स्नातक के बाद अबू रोड (सिरोही) में स्थित AIIMS जोधपुर के जनजातीय स्वास्थ्य एवं अनुसंधान केंद्र(STHR) में एक साल (2022) के लिए जोब किया,हालाकि साथ-साथ पढ़ाई जारी रही और राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित चिकित्सा अधिकारी भर्ती 2023 में ARR रैंक 683 से चयन हुआ, फिलहाल बाड़मेर के सिणधरी खण्ड में चिकित्सा अधिकारी पद पर पदस्थापित हैं।।
डॉ C R choudhary बताते हैं कि संस्थान आर्थिक तंगी से गुजरने के बावजूद भी Dr Bharat sir ,समस्त गुरुजनो ने हमें किसी भी अभाव को नहीं खलने दिया और आशा करता हूं कि संस्थान प्रारंभिक दौर में जिन समस्याओं से जूझ रहा था आने वाले समय में हम संस्थान को आर्थिक नीव को मजबूत करेंगे और सस्थान में रहकर सीखे उसूलों को जीवन के हर मुकाम पर अनुसरण करेंगे ।