Success Story Of Dr. Ashok Kumar

अशोक कुमार बाड़मेर तहसील के बांदरा गांव से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई गाँव के सरकारी विद्यालय से की। लम्बी बीमारी के कारण बचपन में ही सर से पिता का साया उठ गया। जैसे-तैसे मेहनत-मजदूरी कर घर सम्भालने का सारा जिम्मा बड़े भाई पर आ गया था। घर की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी कि अपने डॉक्टर बनने का ख्वाब पूरा करने के लिए शहर जाकर विज्ञान विषय लेकर पढ़ाई कर सकें।

10वीं उत्तीर्ण करने के बाद 50 विलेजर्स प्रवेश परीक्षा और आर्थिक सत्यापन के आधार पर संस्थान में दाखिला लिया.

12वीं कक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने के बाद संस्थान में रहकर ही स्वाध्याय के माध्यम से NEET की तैयारी की तथा वर्ष 2018 में NEET में चयन होने के बाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, भावनगर (गुजरात) में दाखिला लिया।
अब डॉ. अशोक कुमार इंटर्नशिप कर रहे हैं।
डॉ अशोक कुमार अपनी सफलता का श्रेय फिफ्टी विलेजर्स संस्थान को देते हैं। डॉ अशोक कहते हैं कि “फिफ्टी विलेजर्स उनके जीवन के ‘टर्निंग पॉइंट’ की तरह है। यहाँ डॉ भरत सारण सर और तमाम गुरूजनों के मार्गदर्शन, टीम-फिफ्टी तथा भामाशाहों के सहयोग की बदौलत ही ये सम्भव हो पाया है।”

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